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बुधवार, 7 सितंबर 2011

दिल का हाल सुने दिलवाला ...!!!





                                                 कल हमारी  दिल्ली दहल उठी .. एक बार फिर नापाक मंसूबों ने देश की एकता पर चोट करने की कोशिश की .. एक बार फिर सबने एक दुसरे को कोसा .. फिर सब पर उंगलिया उठी ..  फिर मिडिया सक्रिय हुआ .. फिर से लोग सांत्वनाएं  देने आगे आये .. संसद ने फिर एक साथ आंतकवाद से लड़ने की कसम खायी .. !!!! 

                        कल संवेदनाओं का अनोखा एवं दुर्लभ आदान-प्रदान भी हुआ .. श्री राहुल गाँधी जब घायलों का हाल पूछ  रहे थे तो एक महिला ने अपने दुखों के बीच उनके दुखों का हाल पूछकर इंसानियत की मशाल  जला दी .. अश्रुधाराएँ बह निकली ...!!   भला हो हमारी  मिडिया का जिसने उसे उजागर किया .. अनेकों नकारात्मकताओं बातों के बीच सकारात्मकता  की सुगंध फैल गयी ..!!! 


                        अब बहुत हो चूका हमें एक समान नीति बनाना होगी .. आपसी सद्भाव चाहे ये बिगड़े या वो उसकी एक सामान निंदा करनी होगी .. जुर्म को सांप्रदायिक चश्मों से देखना बंद करना होगा .. जब हम आपस में द्वेष और दुर्भावना के बीज बोते रहेंगे तो उनके अंजाम से हमें कौन बचाएगा .. हम एक रहेंगे और दुसरे  के संप्रदाय को अपने संप्रदाय से कम सम्मान कभी नहीं देंगे .. तो कौन हमें बुरी नज़रों से देखने की हिमाकत कर पायेगा भला  ?.. आपस में लड़वाने वालों से हमें ही बचना होगा !!.. यूँ ही नहीं कहा जाता एकता में गजब की शक्ति होती है .. हमें एक बनाना ही होगा .. बिना समय गंवाएं ...!!

1 टिप्पणी:

satyam ने कहा…

ek aansan atankwad ke khilaf bhi jaruri hai..jissme anna ki bhumika aap aur humko nibhani hogi.. jai hind...jai bharat !!