भारत में अंग्रेज सफल हुए उसका केवल एक बड़ा कारण रहा । वह है हमारा बंटा हुआ होना । तब हमारे बीच एक ना होने के तीन बड़े कारण, अव्यवहारिक जाति-पाती व्यवस्था, सांप्रदायिक विद्वेष और देश में अनेक राजे रजवाड़े और उनके छोटे छोटे स्वार्थ ।
सांप्रदायिक विद्वेष के बीज डालकर भारतीय समाज को कमजोर करना और फिर राज करना अग्रेजों की " फुट डालो राज करो " वाली सबसे घटिया निति रही और इसमें वे प्रमुख कारक होते हुए भी साहूकार ही बने रहे ।
म. गाँधी ने इन्ही तीन कारणों में से दो प्रमुख करणों पर सबसे अधिक काम किया और अंग्रेजों की राज करने की प्रमुख सहूलियत पर लगभग विराम सा लगा दिया , देश सबल होकर आज़ाद ही नहीं हुआ बल्कि निरोग भी हुआ । यही कारण था की अंग्रेज और उनके साथी , म.गाँधी से बहुत चिडते रहे , नफरत करते रहे ।
तब हो या अब हमें एकता भाव को खूब बढ़ाना ही होगा ।