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शुक्रवार, 19 अप्रैल 2013

कानून बेचारा ... !!!


            ड़ा कानून नहीं बनता तो उसकी कमी खलती ... सो बन गया ... फिर भी अकेली दिल्ली ही नहीं सारे देश में बलात्कार की घटनाएँ बढ़ रही हैं ... एक बात और ... कड़े कानून , चौकस व्यवस्थाएं और सारे  तामझाम के बावजूद हमारे देश को छोड़ों सारे  विश्व में आतंक , बलात्कार , हत्याये , लूटपाट , और आत्महत्याएं की घटनाएँ क्या कम हो रही हैं .. बल्कि  हर रोज बढती जा रही हैं ... हैं ना ... ?? 

            कोई एक जगह की सरकार या कोई एक जगह की पुलिस ही अगर जिम्मेवार होती तो इस तरह की घटनाएँ सारे देश में यहाँ वहां सब जगह हर रोज क्यूँ कर घटती ... सो अब केवल दिल्ली में इसका पुरजोर विरोध क्यूँ होता हैं ... और क्यूँ जमकर सरकार और पुलिस को ही सारा दोष दिया जाता हैं ... यह भी अब समझ से परे नहीं रहा ...


                  इस तरह की घटनाओं पर विरोध हो इस पर भला किसे एतराज होगा ... पर अस्पतालों में जाकर खूब हंगामा खड़ा करना ... और विरोध के लिए खासकर महिलाओं और बालिकाओं को आगे भेजना और उनका आननफानन में वहां की व्यवस्थाओं को अस्तव्यस्त करने के लिए जमकर हंगामा करना / या अस्पतालों के अन्दर घुसना या घुसने के जोरदार प्रयास करना ... ताकि व्यवस्थाओं को सँभालने में पुलिस सख्ती का सहारा लेने को मजबूर हो ... , और अगर पुलिस सख्ती दिखाए तो भी या नाकाम रहे तो भी ... हर बात को खूब तुल देना ...क्या बलात्कार की घटनाओं को रोक पायेगा ... मुझे लगता हैं ... नहीं ... क्योंकि अगर यूँ होता तो सारे देश में इतनी तरह तरह की अलग अलग दलों की सरकारें हैं ... इतनी सारी अलग अलग जगह की पुलिस हैं ... अब तक हर जगह के भिन्न भिन्न नतीजे हमारे सामने होते ... पर हर जगह कमोपेश एक से हाल हैं ... और अगर कहीं कोई भिन्नता हैं भी तो वह वह उस उस राज्य के लोगों की समग्र सोच और वहां वहां की सामाजिक परिस्थितियों पर ही अधिक निर्भर हैं ...  


             अगर हम इस तरह की घटनाओ से सचमुच आहत हैं ... और चाहते हैं इसके ऊपर काबू पाया जा सके ... तो हमें बिना समय गंवाएं ... इस तरह की शर्मनाक घटनाओं पर नियंत्रण के दुसरे उपाय सोचना होंगे ... जो समाज सुधार और विकृत मनोवृत्तियों पर कारगर और जड़ों तक सुधार के असर को कामयाबी से स्थापित कर सके  ... अन्यथा सांप की खोज में झाड़ियों को पीटने के सामान हरकतों में हम आज भी समय जाया कर रहे हैं ... और कल भी करते रहेंगे ... 


सबका भला हो !!!