लोकप्रिय पोस्ट

शनिवार, 10 नवंबर 2012

उड़ान संख्या OWL1111 .. से फायनली वे आ रही हैं ...


                  सुदूर देवलोक से लक्ष्मी जी भारत-भूमि के लिए (उड़ान संख्या OWL1111)  उल्लू पर सवार होकर निकल पड़ी है ...  इस बार की यात्रा  से पहले उन्हौने भी पूरी तैयारी की ... अपनी नयी टीम के कोर ग्रुप के  सदस्यों में से एक गणेश जी को स्थिति के आकलन के लिए पहले धुआंधार दौरा करवाया ... फिर लगे हाथ दुर्गा जी का भी ९ दिनों का दौरा करवा दिया  ...ताकि कोई कोर कसर न रहे /  तभी अचानक विघ्न संतोषी रावण  के आ धमकने से लक्ष्मी जी की यात्रा टलने वाली थी पर किसी तरह महिला मोर्चा ने करवा चौथ का अनसन करके डेमेज कंट्रोल किया /.......अब फायनली वें आ रही हैं /

                              लक्ष्मी जी की टीम के अहम्  सदस्य गणेश जी की सलाह पर इस बार वे धरती पर मंदी और महंगाई के चलते विशेष पैकज की घोषणा  भी करने वाली है ... पर भ्रष्टाचार के चलते गरीबों तक धन नहीं पहुंचा पाने की मज़बूरी के चलते अब वे " आधार योजना " की  " विशिष्ठ पहचान संख्या " का सहारा लेने वाली हैं ... और मदद के हाथ सीधे जरूरतमंद तक पहुँचाने वाली हैं ... पिछले वर्षों के भ्रष्टाचार मुक्ति आंदोलनों से अब उनका विश्वास उठ सा गया है ... जिनपर पहले भरोसा किया वे अन्ना और बाबा रामदेव ने नाना प्रकार के अनसन किये और भांति - भांति के अस्त्र शास्त्रों का खुलेआम प्रदर्शन किया ... यहाँ तक की पुराने ज़माने की अचूक मिसाईल आमरण अनसन को भी झाड़ पोंछकर खूब चलाया ... पर अन्तः वे सब भी नाम और श्रेय के मायाजाल में फंसकर रह गए और  बार बार लक्ष्मी जी को आश्वासन पर आश्वासन ही दिए जा रहे थे ...  उसी मिसाईल के बार-बार के नाहक और बेकार धमाकों से परेशां होकर लक्ष्मी जी ने अंततः पुरातन और संवैधानिक व्यवस्था और भारत- भूमि की वर्तमान निर्वाचित  सरकार पर ही भरोसा किया और उसे कठोर निर्णय लेने की शक्ति दी ...

                                         सरकार ने ... सब्सिडी की गैस टैंक की कालाबाजारी को रोकने के लिए कड़े नियम बनाये और सब्सिडी की राशि सीधे हितार्थी तक पहुँचाने के उपाय किये ... इससे गैस की कालाबाजारी पर एक हद तक रोक लग जाएगी और आपूर्ति सुनिश्चित होगी ... महँगी गैस से सस्ते में कार चलने के दुरुपयोग पर रोक लगेगी ... FDI की नयी नीति से रोजगार के अवसर बढेंगे और असली उत्पादकों को सही कीमत हासिल होगी ... बिचौलियों से मुक्ति मिलने से उपभोक्ता का भी खूब भला होगा ... कई कटु निर्णय रहे  .. पर सुदूर भविष्य में इस नीति  का लोहा सब मानेगे ... और भी कई कड़े फैसले अपना भला असर दिखायेंगे ... इस बार लक्ष्मीजी ने यह तय कर लिया हैं की वे बिचौलियों की मदद से नहीं बल्कि  " विशिष्ठ पहचान संख्या " के सहारे अपने भक्तों तक पहुंचेगी ...  आखिर धन की देवी के उपासक तो सभी है ना ?

                                    हर बार की तरह इस बार भी लक्ष्मी जी ने यह कहा की सभी को उनकी योग्यता और कर्म फल के सिद्धांत से आगे जाकर कुछ भी दे पाना उनके वश में नहीं ... पर धरती पर बसने वाले उनके भक्त इस बात पर कान देने को तैयार नहीं ... वे धन की देवी लक्ष्मी को मनाने और प्रसन्न करने के यत्न करने लगे है ... लक्ष्मी जी का ध्यान अपनी ओर आकर्षित हो इसके जतन वे खूब कर रहे है ... कई तरह की पूजा-पाठ, व्रत-उपवास और मुहूर्त निकले जा रहे है /

                                     वहीँ ऊपर आकाश से गणेश जी एवं माँ सरस्वती यह सब देखकर मंद-मंद मुस्कुरा रहे है ... वे दोनों खूब अच्छी तरह जानते है ... धन की देवी लक्ष्मी उन लोगों की व्यर्थ की कोशिशों में न कभी उलझी है न उलझेंगी /  गीता के कर्म के नियम को लक्ष्मी देवी खूब अच्छी तरह से मानती ही नहीं जानती भी है  ... फायनली वें आ रही है ... बाहर-बाहर से साफ-सफाई और दिखावा  भले करों ... पर अंतर साफ हो ..मन पर नियंत्रण रहे ... ये काम भी कर लो ... यहीं देखने फायनली वें आ रही है !!!!!