...क्योंकि हर एक भारतीय जरुरी होता हैं ....कानून और पुलिस अगर जीरो टालरेंस के स्तर पर काम करें तो क्या जुर्म ख़तम हो जायेंगे ...
नहीं ....कभी नहीं ..??
अगर ऐसा होता तो दुनियां में जहाँ भी इस तरह की स्थितियां हैं ... वहां अपराध जीरो प्रतिशत हो गए होते ...
... नहीं होते ना ?
हाँ ... हम सभी गलतियाँ क्यूँ करते हैं ... इस बात पर विचार आरम्भ करें ... और फिर अगर हमें इस बात का उत्तर मिल जाएँ ... और गलतियाँ करने के कारण का निवारण करने का रास्ता हाथ लगे ... तो कुछ बात जरुर बन जाएगी ...
सच्चे अर्थों में भारत " सोने की चिड़ियाँ " उसी दिन से बनना आरम्भ हो जायेगा ... और इस दिशा में एक-एक भारतीय का योगदान जरुरी हैं
......क्योंकि हर एक भारतीय जरुरी होता हैं .