उसने फिर धक्का दिया , मैंने नहीं लिया !!!
सुना आपने फिर बढ़ गया पेट्रोल का भाव है ... और बढ़े इसके भाव मेरी बला से ... / हुआ यूँ की पिछली के पिछली के पिछली के पिछली बार जब भाव बढ़े तो सोचा कोई हमें परेशान करे और हम हो जाये तो गलती उसकी नहीं हमारी ही तो है ... गोविंदा की एक फिल्म का डायलोग " मैंने तुझे धक्का दिया, तुने क्यों लिया " बस यही बात उस समय दिमाग मैं कौंध गयी ... और तलाश शुरु की, धक्का प्रूफ आइटम की , आइन्दा जब अगली बार दाम बड़े तो मैं रोऊ नहीं हँस सकूँ ... इस तरह से फिर दाम बढे और मैं अछूता रहा .. ...अनटच रहा ... न दिल टुटा ...और न जला ... न किसी को कोसने में उर्जा ख़त्म हुयी और न ही सामूहिक रुदन में शामिल हुआ / आप भी अगर हँसना चाहे तो मेरे साथ इस गाने को गुनगुना कर हँस सकते है ..." जब अपने हो जाये बेवफा तो दिल टूटे ... जब दिल टूटे तो रोयें क्यूँ ..हम नाचें क्यूँ नहीं ..हम गायें क्यूँ नहीं ..."
चलो अब बता ही देता हूँ ... यूँ तो पिछले चार-पांच सालों से मेरी नजर में वो थी ... तीन चार बार तो उससे मिला भी ..पर अपना नहीं सका ... पिछली बार ( June 2011 )जब पेट्रोल के भाव बढ़े तो ज्यादा न सोंचते हुए उसकी ओर कदम बड़ा ही दिए ...और खरीद ली मित्रों एक " इलेक्ट्रिक बाईक " ... आज दो महीने हो गए ... फिक्र को धुएं में नहीं उड़ाता.... जिस तरह धीरे से खटमल, खटियन में जाता है...बस ठीक उसी मानिंद सड़क पर किसी के भी पास से गुजर जाता हूँ ... भुत की तरह ... बिना आवाज कहीं भी प्रगट हो सकता हूँ ...//
दोस्तों इलेक्ट्रिक बाईक ले लेने में कोई बुराई नहीं ... फायदे अनेक है ... हर तरह से सोचा जाये तो ये बाईक ६० पैसे / किमी पड़ती है ...यानि पेट्रोल स्कूटर से तुलना करें तो १.५० पैसे / किमी का फायदा / मोटर सायकल से तुलना की जाये तो ८५ पैसे / किमी का फायदा / और चलने चलने मैं बड़ी आराम दायक और डबल सीट ४० किमी/ घंटा की रफ़्तार से दौड़ सकती है ... अंत मैं अपनी बात ख़त्म करते हुए कहता हूँ ... पेट्रोल के बढ़ते भावों से परेशान हो तो इसे ले क्यों नहीं लेते ..!!!