२६/ ११ की याद में......
हमारे देश पर एक बहुत बड़ी विपत्ति आकर गयी , जिसका सामना हमने बड़े साहस और धीरज की साथ किया ...निश्चय ही इससे हमारी कई कमजोरियों , ख़ामियों को जानने समझाने का एक अवसर भी मिला / भविष्य में ऐसे खतरों से बचने के लिए हमारी एकता बहुत काम आएगी , जब जब भी दुश्मन देखेंगे की हमारे बीच फुट बढती जा रही है ..वे फायदा उठाएंगे ही....अतः धर्म ,जाति, ऊँच - नीच की बाँटने वाली बातों से हम दूर रहे ...तो दुश्मन की हिम्मत नहीं होगी हमारी तरफ नज़र उठाने की....क्योंकि एकता में ताकत बहुत होती है ...ये सब जानते है...युद्ध हथियारों से नहीं हिम्मत से लड़े जाते है.......एक बने नेक बने.....
हमारी सुरक्षा के लिए हमें औरों को न तो जिम्मेदार ठहराना होगा न ही किसी से बचाओ बचाओ गुहार लगाना होगी ..................
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